Srijan scam : चकित सृजन घोटाले में कार्यवाही की कवायद तेज, आरोपियों के घर पर CBI ne चस्पा किया नोटिस
बिहार के चर्चित सृजन घोटाले में कार्रवाई तेज कर दी गई है। घोटाले के किंगपिन स्वर्गीय मनोरमा देवी के बेटे और बहू की संपत्तियों पर कोर्ट ने नोटिस जारी होने के बाद नोटिस चिपकाया जा रहा है। आज ही कोर्ट में दोनों को हाजिर होना था, लेकिन अदालत में पेश नहीं होने पर आरोपियों के मकानों पर नोटिस चस्पा कर दिया।
बिहार के सबसे बड़े घोटाले सृजन घोटाले में सीबीआइ का शिकंजा लगातार कसता जा रहा है। सीबीआइ की टीम ने घोटाले की किंगपिन रही स्वर्गीय मनोरमा देवी के आरोपी बेटे अमित कुमार और बहु रजनी प्रिया की संपत्तियों पर कोर्ट की ओर से जारी नोटिस चिपका दिया है। 22 दिसंबर को दोनों को कोर्ट में पेश होना था, लेकिन हाजिर नहीं होने पर सीबीआइ ने तिलकामांझी स्थित न्यू विक्रमशिला कॉलोनी में तीन मकानों पर नोटिस चस्पा कर दिया गया।
सृजन घोटाला क्या है इसे भी समझ लीजिये।
तकरीबन 19 सौ करोड़ का घोटाला किया गया। सृजन एनजीओ के जरिए बहुत बड़ा घोटाला किया गया। विकास के नाम पर भेजे गए पैसों को एनजीओ के अकाउंट में पहुंचाया गया। सरकारी फंड का गलत इस्तेमाल किया गया। सृजन के पैसे को खपाने के लिए कई एनजीओ भी बना दिए गए थे। सीबीआइ ने 25 अगस्त 2017 को सृजन घोटाले की जांच शुरू की थी। एनजीओ के जरिए करोड़ों रुपये का बंदरबांट किया गया। इस केस में दर्जनों गिरफ्तारियां हो चुकी है। कई बैंक के अधिकारियों के साथ ही सेंट्रल को ऑपरेटिव बैंक के तत्कालीन प्रबंधक ओके साथ ही कई आरोपियों को जेल की सलाखों में पहुंचा दिया गया है। घोटाले की मुख्य आरोपी मनोरमा देवी के निधन के बाद उनके बेटे और बहू फरार चल रहे दोनों को कोर्ट में पेश होना है, लेकिन अदालत के सामने पेश नहीं होने पर अब घोटाले से बनाई गई संपत्तियों को सीज किया जा रहा है।