Darling के चक्कर में दीवाना बना डकैत 16 लाख लूटकांड का 30 दिनों बाद खुला राज
जुर्म से जूझते आवाम की हो या समाज में बढ़ते क्राइम ग्राफ की, अपराध की हर सूरत के पीछे छिपा होता है। कोई ना कोई गुनहगार और तफ्तीश की राह में आने वाली हर कड़ी सुराग बनकर पहुंचाती है। गुनहगारों को सलाखों के पीछे आप बने रहिए हमारे साथ क्योंकि हर जुर्म के खिलाफ़ हमारी तफ्तीश लगातार जारी है। मोहब्बत भी अजीबोगरीब चीज़ है, जिससे पानी की जिद और माशूका की ख्वाहिशों को पूरा करने की चाहत किसी भी हद तक जाने को मजबूर कर देती है। किसी रास्ते पर चलने के लिए बेबस कर देती है, चाहे वह रास्ता जुर्म का ही क्यों ना हो। यह हम आपको इसलिए बता रहे हैं क्योंकि डार्लिंग के चक्कर में एक दीवाना डकैत बन गया है और जेल की सलाखों में पहुँच गया है। इसका खुलासा तब हुआ। जब पुलिस ने 19 नवंबर को पटना में हुए 16,00,000 की लूट मामले का आप 30 दिनों बाद खुलासा किया, डार्लिंग के चक्कर में दीवाना कैसे डकैत बना?
विस्तार से बढ़िया हमारी स्पेशल स्टोरी
जीस दिन राजधानी पटना के बाकरगंज सोना के थोक कारोबारी रंजन कुमार से हथियार के बल पर अपराधियों ने रात के करीब 9:30 बजे ₹16,50,500 लूट लिया था, लेकिन बेखौफ़ बदमाशों ने सोना कारोबारी को इतना खौफजदा कर दिया था कि 2 दिन तक कारोबारी ने पुलिस को लूट की जानकारी ही नहीं दी। बाद में जब पुलिस को लूट की खबर मिली।
तो पुलिस ने कारोबारी को समझाया और भरोसा दिलाया। जिसके बाद आभूषण कारोबारी रंजन कुमार ने की। इस नवंबर को थाने में जाकर एफआईआर दर्ज कराई, जिसे आधार बनाते हुए पुलिस मामले की जांच में जुट गई। लेकिन मामला अज्ञात अपराधियों के खिलाफ़, जिसे लेकर पुलिस को शुरुआती दौर में थोड़ी परेशानी क्योंकि पुलिस के लिए कीज़ बिल्कुल ब्लाइंड था, फिर भी पुलिस इस केस को चैलेंज के तौर पर लेते तफ्तीश शुरू कर दी। लेकिन कुछ खास सफलता नहीं मिली। फिर भी पुलिस ने हार नहीं मानी। चुपचाप तफ्तीश करती रही। इस दौरान पुलिस की स्पेशल टीम आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे को खंगालना शुरू किया, जिससे पुलिस को शुरुआती लीड उसके बाद पुलिस ने सोना कारोबारी के यहाँ अब तक काम करने वाली सभी स्टाफ की जानकारी और नंबर जब पुलिस ने जितेंद्र प्रसाद का कॉल डिटेल्स निकलवाया तो पता चला कि जितेंद्र लगातार ऐसे लोगों के संपर्क में था। जो जेल जा चूके थे। उसके बाद पुलिस ने जितेंद्र को उठाया और सख्ती से पूछ्ताछ शुरू की तो उसने सारे राज़ उगल दिया। पुलिस को उसके घर से करीब 3,20,000 कैश भी मिला। उसके बाद पुलिस ने जितेंद्र प्रसाद की निशानदेही पर तीन अन्य अपराधियों को गिरफ्तार किया, जिसमें गौरव कुमार, अमन कुमार, अभिषेक कुमार शामिल हैं।जबकि चौथा आरोपी जो लूट में शामिल था वो कोर्ट में पहले ही सरेंडर कर चुका था, जिसका नाम बजरंगी कुमार है। पुलिस ने सभी के पास लूट का पूरा पैसा भी बरामद कर लिया। सभी की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने जब कड़ाई से पूछ्ताछ तो पता चला कि लूट का मास्टर माइंड और लाइनर जितेंद्र प्रसाद जो पहले कारोबारी रंजन कुमार के यहाँ काम कर चुका था, कुछ महीने पहले ही नौकरी छोड़ा था। उसी ने लूट की पूरी पटकथा लिखी थी, जबकि पुलिस ने लूट के पीछे की वजहों को जानने की कोशिश की तो हैरान करने वाला सच सामने आया। वो सच था। आरोपी जितेंद्र का प्रेम प्रसव जी हाँ, सही सुना आपने जितेंद्र नाम का अपराधी जो पहले से शादीशुदा उसे पटना की किसी लड़की से प्यार हो गया था, वह अपनी पत्नी के पीछे पीछे अपनी गर्लफ्रेंड से फ़ोन पर घंटों बात किया करता था। चोरी छुपे मिलता था और अपनी मोहब्बत का इजहार करता था। इसी चाहत की जुनून उसने अपनी माशूका को घर गिफ्ट करने का वादा कर दिया। उसके लिए पटना में ही एक जगह पर मकान बनवा कर दे रहा था, लेकिन उसके पास पैसे नहीं थे। जब पैसों के इंतजाम का कोई रास्ता नहीं दिखा तो वो अपनी डार्लिंग के ख्वाहिशों को पूरा करने के लिए आशिक से अपराधी बन गया और जुर्म की राह पर निकल पड़ा। उसने अपने पुराने मालिक और सोना कारोबारी रंजन कुमार को टारगेट किया। उसके बाद अपने साथियों से संपर्क किया, जो पहले से ही एक दूसरे से परिचित सभी को योजना के बारे में बताया, जिसे सुनने के बाद सभी राजी हो गए, क्योंकि बाकी के अपराधियों को भी रुपयों की जरूरत सभी ऑनलाइन गेमिंग के चक्कर में काफी रुपये डूबा चुका था। इसलिए सभी एकजुट हुए फिर मिलकर प्लैन बनाया। इसमें गौरव और बजरंगी रिश्तेदार इन सभी ने मिलकर एक बड़ी साजिश रची और इस लूटकांड को अंजाम देने के लिए कारोबारी की तीन दिनों तक रेकी की। कारोबारी के आने जाने का टाइम पता किया और 19 नवंबर की राह करीब 9:30 बजे अपनी प्लानिंग को अंजाम तक पहुंचा दिया। लेकिन जितेंद्र को ये पता नहीं था कि वो खुद के आशियाने को उजाड़ कर अपनी माशूका का घर बसा रहा था, जिसका दरवाजा सीधे जेल की सलाखों में खुलता है। 30 दिनों बाद जब पुलिस ने इस लूटकांड का खुलासा किया वो सभी के होश उड़ गए। पुलिस ने इस लूटकांड शामिल अपराधी को जेल की सलाखों में पहुंचा दिया है, जबकि एक आरोपी की तलाश पुलिस को अभी भी है, जो फरार चल रहा है।इस तरह पुलिस ने 16,00,000 लूट मामले की गुत्थी को सुलझाते हुए लूट में शामिल लाइनर जितेंद्र प्रसाद समय चार अपराधियों को जेल की सलाखों में पहुंचा दिया, जबकि पांचवां आरोपी बजरंगी कुमार खुद कोर्ट में जाकर सरेंडर कर चुका है। वहीं एक आरोपी अभी भी फरार चल रहा है, जिसकी गिरफ्तारी को लेकर पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। लेकिन जीस तरह से डार्लिंग के प्यार में फंस कर खुद की बीवी से जितेंद्र ने बेवफ़ाई की है।और प्यार के पन्ने पर जुर्म की जो कहानी लिखी है, उससे ही उसने खुद के आशियाने को तबाह कर दिया और माशूका के आशियाने का सपना साकार किए बिना जेल की सलाखों में पहुँच गया। जहाँ ना तो अब वो अपनी डार्लिंग का दीदार कर पाएगा और ना ही उसकी ख्वाहिशों को पूरा कर पाएगा। अब उसका दिन और रात दोनों जेल की सलाखों में ही कटेगा। इसलिए दिल्लगी में सोच समझकर कदम आगे बढ़ाइए, क्योंकि अंजाम खुद ही भुगतना पड़ता।गर्ल्फ्रेन्ड अपने घर में है, लेकिन आशिक उसकी चाहतों को पूरा करने के चक्कर में अपनी बीवी और अपने परिवार की जिंदगी पूरी तरह से तबाह कर चुका है और इस दिल्लगी के चक्कर खुद और अपने साथियों को जेल की सलाखों में पहुंचा चुका है। इसलिए सावधान रहें, सतर्क रहें।