यामीन विकट
ठाकुरद्वारा : रविवार को अखिल भारतीय किसान मजदूर सभा जिला कमेटी मुरादाबाद के कार्यकर्ता भारी जत्था बनाकर संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर 26 से 28 नवम्बर के तीन दिवसीय महापड़ाव का लखनऊ के इको गार्डन में आयोजन किया गया । इस दौरान पूरे जोर शोर के साथ मांगों के समर्थन में नारेबाजी करते हुए अखिल भारतीय किसान मजदूर सभा के प्रांतीय अध्यक्ष कामरेड धर्मपाल सिंह ने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि देश की मोदी सरकार ने दिल्ली की सीमाओं पर चले किसान आंदोलन के दबाव में किसान विरोधी तीन कृषि कानूनो को वापस लेने के साथ-साथ किसानों से अन्य मांगों को पूरा करने के लिए लिखित समझौता किया था लेकिन मोदी व योगी सरकार अपने वादो से मुकर गई।
समझौते लागू नहीं किये गये और मंच के माध्यम से ऐलान किया गया कि संयुक्त किसान मोर्चा के प्रतिनिधियों से किए गए वादों को पूरा करें अन्यथा अंजाम बुरा होगा। इस मौके पर मांग की गई कि किसान की सभी फसलों का लागत का डेढ़ गुना के हिसाब से एम एस पी घोषित कर खरीद का गारंटी कानून बनाया जाए। आंदोलन के दौरान शहीद हुए किसानों के परिवारों को पांच- पांच लाख रुपए का मुआवजा दिया जाए। निजी नलकूपों पर बिजली तथा घरेलू खपत के लिए 300 यूनिट बिजली मुफ्त दी जाए। अप्रत्यक्ष टैक्स रदद करो जीएसटी हटाओ महंगाई पर रोक लगाओ। लखीमपुर के साजिश कर्ता अजय मिश्रा टेनी को बर्खास्त कर गिरफ्तार किया जाए। किसान मजदूरो के समस्त कर्ज माफ किए जाएं।
नया बिजली कानून 2022 रदद किया जाए। गन्ने का समर्थन मूल्य 5 सौ रुपये प्रति कुंतल घोषित किया जाए आदि मांगों पर जोर दिया गया। इस दौरान तहसील सचिव कामरेड हर स्वरूप सिंह वीर सिंह, जगदीश सिंह पांडे, किसान नेता प्रीतम सिंह, विवेक कुमार, कामरेड दयाराम, अर्पित कुमार, कामरेड भीम लाल, कॉमरेड ओमपाल, शकील अहमद, आदि मौजूद रहे।
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