एक तरफ प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भ्रष्टाचार को रोकने के प्रयास कर रहे हैं तो दूसरी ओर जिन पर भरोसा वही मुख्यमंत्री के भरोसे को चकनाचूर कर रहा है, माफियाओं के साथ अधिकारियों का गठजोड़ भ्रष्टाचार की बुनियादों को मजबूत करने में लगा है, जनपद उधम सिंह नगर में कुछ अधिकारियों को कल पैसे की इतनी भूख है कि अपने फर्ज से गद्दारी करने से नहीं चूकते है, अपने ज़मीर को नीलाम कर भ्रष्टाचार का ऐसा गंदा खेल खेलते हैं
ऐसे ही भ्रष्टाचार की पॉल जनपद पुलिस के मुख्य मंजूनाथ किसी ने खोली दी है आपको बता दें कि जनपद उधम सिंह नगर में शराब तस्करी में पकड़ा गया एक ट्रैक्टर जिला आबकारी कार्यालय से गायब हो गया था जिसकी रिपोर्ट थाना पंतनगर में दर्ज कराई गई थी। और इस मुकदमे में पीआरडी धर्मवीर और हरपेज सिंह को नामजद किया गया था।
मामले की जानकारी मिलती है पुलिस ने पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच पड़ताल शुरू कर दी,और इस पड़ताल में पुलिस के सामने जो तथ्य आए वह बहुत ही चौंकाने वाले थे। मामला आबकारी विभाग से जुड़ा हुआ था, इसके खुलासे के लिए अपर पुलिस अधीक्षक (नगर), क्षेत्राधिकारी रुद्रपुर एवं प्रभारी निरीक्षक कोतवाली पंतनगर द्वारा जनपद व थाना स्तर पर विभिन्न टीमों का गठन किया गया। टीम द्वारा घटना से सम्बंधित CCTV फुटेज खंगाली गई। और संदिग्धों से पूछताछ की गई।
पंतनगर पुलिस को जांच में सहायक आबकारी आयुक्त पन्नालाल शर्मा की भूमिका पाई गई। जिसपर उन्हें पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। पन्नालाल शर्मा की निशानदेही पर पुलिस ने दबिश देकर हरपेज सिंह पुत्र प्रेम सिंह निवासी ग्राम बाजपुर ऊधम सिंह नगर को घटना से सम्बंधित ट्रेक्टर को बरामद कर गिरफ्तार किया गया। उपरोक्त बरामदगी के आधार पर अभियोग में धारा 120 बी भा.द.स. की वृद्धि की गई