नारायणबगड विकासखंड के उत्तरी कड़ाकोट पट्टी के भाटियाणा ,कोट और भुलक्याणी गांव मे संयुक्त रूप से इष्ट देवी नैणी देवी की देवरा यात्रा का शुभारम्भ घट उदभव के साथ विधिवत तरीके से ब्रह्म गुरु विशंभर दत्त सती द्वारा विधिविधान से की गयी पूजा के साथ शुरु किया गया
उत्तरी कड़ाकोट पट्टी की इष्ट देवी माने जाने वाली नैणी देवी की देवरा यात्रा का 38 वर्षो बाद शुभारम्भ किया जा रहा है इससे पूर्व वर्ष 1985-86 मे नैणी देवी की यह देवरा यात्रा निकाली गयी थी।
लगभग 6 माह यानी 177 दिनों तक नैणी देवी की यह देवरा यात्रा अपनी ध्याणीयो ( विवाहित बेटियां) के गाँवो से होते हुए आगे बढ़ेगी
पिंडर एवं अलकनंदा घाटी के अपनी ध्याणीयो के गाँवो के अलावा अपनी सभी आठ नागणी बहनो के गाँवो मे मिलन के लिए जाएगी नैणी देवी की देवरा यात्रा अपनी नागणी बहनो से मिलने रैंस, डूंगरी,सणकोट, बैनोली ,रतूड़ा , कंडारा- नैनीसैण ,माल बजवाड़, घण्डियाल गाँवो मे पहुंचेगी जहाँ अपनी नागणी बहनो से नैणी देवी का मिलन इस धार्मिक यात्रा के महत्व को दर्शाता है ।