जी-20 की साइंस मीटिंग में चार मुद्दों पर सहमति, कोरोना जैसी बीमारियों का पता सर्विलांस विधि से पता करने पर जोर
मोहम्मद कैफ खान
रामनगर : जी-20 की बैठक में अब सर्विलांस के जरिये मनुष्यो व पशुओं में भविष्य में होने वाली बीमारियों का पता लगाकर उनके निराकरण के प्रयासों पर चर्चा की गयी। यहां ढिकुली स्थित द ताज रिसोर्ट में चल रही 3 दिवसीय जी-20 सीएसआर समिट के समापन के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिये भारत के प्रिंसिपल साइंस एडवाइजर अजय कुमार सूद ने कहा कि आज समापन सत्र तक 4 बड़े मुद्दों पर चर्चा की गई। जिसमें सबसे बड़ा मुद्दा कोविड-19 को लेकर के उभर कर सामने आया इसमें सभी सदस्य देशों ने इस तरह की बीमारी से उबरने के लिए चर्चा की साथ ही मानव तथा वन्य जीव एवं पालतू पशुओं को लेकर के भी इस बीमारी से निपटने के लिए चर्चा की गई। इस सत्र में सबसे अधिक चर्चा कोविड-19 ने सभी की आंखें का खोलने का काम किया तथा बदलते मौसम को लेकर के भी इस सत्र में चर्चा की गई जिसमें नई नई बीमारी तथा उससे निपटने वाले वैक्सीनेशन के लिए भी बात हुई तथा वाइल्डलाइफ इससे प्रभावित ना हो तथा वन्यजीव एवं पालतू पशु प्रभावित हो इस पर भी चर्चा की गई। बैठक में यह भी चर्चा हुई कि सिटीवेस्ट के आधार पर भी विभिन्न बीमारियों की भी जांच की जाए इस पर भी विचार किया गया। दूसरे मुद्दे पर चर्चा करते हुए कहां की रिसर्च एक बहुत बड़ा मुद्दा है लेकिन उस रिसर्च का लाभ आम लोगों तक मिले इसके लिए भी पब्लिकेशन के दौरान होने वाली परेशानियों को दूर कर उन रिसर्च को आम लोगों के लिए ओपन किया जाए। यह भी सबसे बड़ा मुद्दा उभर कर सामने आया साथ ही तीसरे मुद्दे को लेकर विभिन्न समुदाय एवं अल्प समुदाय वालों को एक साथ एक मंच पर लाने को लेकर के भी चर्चा की की गई तथा अल्प समुदाय को एक मंच पर लाने की जरूरत भी बताया गया।
चौथा मुद्दे पर भी अहम चर्चा हुई जहां विज्ञान को अपने बीच मे रखकर अपनी लीडरशिप तक आवाज पहुंचाना तथा सभी देशो के वैज्ञानिकों ने बदलते मौसम को माना एक बड़ा कारण जिससे स्वास्थ्य पर भी असर पड़ रहा है। एक सवाल के जबाब में श्री सूद ने बताया कि सर्विलांस के जरिये मौजूदा व वर्तमान बीमारियों का पता लगाने के लिये सिटी के वेस्ट मटेरियल व मलमूत्र के जरिये उस क्षेत्र में हो रही मौजूदा बीमारियों या भविष्य में होने वाली बीमारियों का पता लगाया जा सकेगा तथा इसमें कम संसाधनो से अधिक मनुष्यो व पशुओं का डाटा एकत्रित किया जा सकेगा। गौरतलब रहे कि जी-20 समिट के तहत भारत, रशिया, नाइजीरिया, फ्रांस, इटली, अमेरिका, कोरिया, यूनाइटेड किंगडम, जापान, स्पेन, साउथ अफ्रीका, आस्ट्रेलिया, नीदरलैंड, कनाडा, सऊदी अरब, ब्राजील, चाइना, यूरोपियन यूनियन आदि देशों के 56 डेलीगेट्स प्रतिभाग कर रहे है। बुधवार की देर शाम डेलीगेट्स बीके लिये नमो रिसोर्ट में गाला डिनर का आयोजन किया किया जिसमें उत्तराखंड के राज्यपाल गुरमीत सिंह (रिटायर्ड ले.ज.) व मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सहित कई कैबिनेट मंत्रियों व प्रशासनिक अधिकारियों ने शिरकत की। उक्त डेलीगेट्स प्रातः की पाली में जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क के बिजरानी जोन का भृमण करने के उपरांत पंतनगर होते हुये दिल्ली वापस लौट गए । इस मौके पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गये।