यामीन विकट
ठाकुरद्वारा : नगर व क्षेत्र में बुखार का प्रकोप बढता जा रहा है जिसके चलते बुधवार को दो युवकों की मौत हो गई। खतरनाक बुखार को लेकर भी नगर व क्षेत्र में कारगर कदम नहीं उठाए जा रहे हैं।
कोतवाली क्षेत्र के गांव रामूवाला शेखू निवासी 17 वर्षीय अनस पुत्र दिलशाद को आठ दिन पहले बुखार आया था। उसको प्राइवेट चिकित्सकों से दवाई दिलाई गई। उसकी हालत में सुधार नहीं हो सका। जिसपर उसने बुधवार को दम तोड दिया।
परिवार के मुखिया और मृतक के पिता रोजी रोटी के लिए सउदी अरब गए हुए है। पिता के आने की इंतजार में उसका दफनाया नहीं गया है। उधर शरीफ नगर निवासी याकूब पुत्र अययूब को सात दिन पहले बुखार आया था। बुखार के कारण उसकी प्लेटलेटस कम हो गई थी जिससे उसकी सुबह करीब चार बजे मौत हो गई। मौत की सूचना पर दोनो परिवार में कोहराम मच गया। दोनो ही परिवारो का रोते बिखलते बुरा हाल है।
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बताते चलें कि डेंगू मलेरिया, टायफाइड वायरल आदि का वर्तमान में बहुत जोर है और प्रत्येक घर में इन्हीं बुखारों से कोई न कोई पीड़ित है।ऐसे में नगर पालिका परिषद को जिस तरह से नगर में कार्य करना चाहिए वैसा कंही भी नज़र नहीं आ रहा है यही हालत गांवो की भी है जंहा कोई एंटीलारवा का छिड़काव आदि नही हो पा रहा है और अगर कंही हो भी रहा है तो वो भी बस दिखावे के तौर पर किया जा रहा है। सवाल यह है कि क्या इस तरह से इस संक्रमण को रोका जा सकता है या फिर बुखार से हो रही इन मौतों को यूं ही होने दिया जाएगा।
सरकार को इस ओर शीघ्र ध्यान दें मौत शुरू हो गई है युद्ध स्तर पर स्वास्थ्य विभाग कार्य करें, उत्तराखंड के अस्पताल भरे पड़े हैं ठाकुरद्वारा के मरीजों से