बाजपुर आसवनी फैक्ट्री की पीपीपी मोड़ टेंडर प्रक्रिया को निरस्त करा कर दम लेंगे: यशपाल आर्य
आमिर हुसैन
बाजपुर : सरकार द्वारा शुगर फैक्ट्री की सह इकाई आसवनी 30 वर्ष के लिए लीज व पीपीपी मोड़ पर देने के विरोध में दर्जनों आक्रोशित कांग्रेस कार्यकर्ताओं व श्रमिकों ने नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य के नेतृत्व में चीनी मिल गेस्ट हाउस से रैली निकालकर एसडीम कोर्ट के संकेतिक धरना देकर जमकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी हंगामा करते हुए ज्ञापन सौंपकर टेंडर प्रक्रिया को निरस्त करने की मांग की।नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने सभा को संबोधित करते हुए कहा शुगर फैक्ट्री सन 1959 में देश के प्रथम प्रधानमंत्री स्व श्री पंडित जवाहरलाल नेहरू द्वारा इस की स्थापना करी गई।हजारों लाखों परिवारों को हमारी बाजपुर चीनी मिल एक माँ के रूप में हम सभी का ख्याल रखते आई है. पर य़ह भाजपा की नीयत यही से प्रकाशित होती है खुद तो कभी कुछ नहीं बनाया और 70 सालों से देश के अंदर बनी हुई सारी सरकारी धरोहरो को अपने चंद पूंजीपतियों के निजी हाथों में दे रहीं हैं।और उसी का एक रूप हमारी बाजपुर चीनी मिल का होने जा रहा है। बस याद रखो जो ये कह रहे होंगे निजी हाथों में चीनी मिल उचित है तो वे कृपया कर के गदरपुर और काशीपुर चीनी मिल का हाल देख लेना,खण्डहर बन चुकी हैं वो चीनी मिलें, किसानों का करोड़ों रुपया लेकर बाग गई है।उन्होंने कहा सरकार द्वारा टेंडर प्रक्रिया को निरस्त नहीं किया गया तो यह आंदोलन पड़ा रूप लेगा जो सरकार को बहुत महंगा पड़ेगा।चेयरमैन गुरजीत सिंह गित्ते ने ने कहा राज्य सरकार द्वारा सरकारी संपत्तियों को अपने मित्रों पूंजीपतियों देने की प्रक्रिया पूरी कर चुकी है। सरकार द्वारा पीपी मोड की टेंडर प्रक्रिया को निरस्त नहीं किया तो महा आंदोलन चलाया जाएगा।लेकिन आसवनी फैक्ट्री को निजी हाथों में नहीं देने दिया जाएगा।