अवैध पेड़ों का कटाई, अवैध कालोनियां, अवैध खनन जसपुर में जमकर चल रहे हैं अवैध धंधे
अज़हर मलिक
जसपुर : सूबे के मुखिया भले ही प्रदेश को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने की बात करते हैं लेकिन उन्हें के गृह जनपद में जिम्मेदार अधिकारियों की अनदेखी के चलते खूब अवैध कारोबार जमकर फल फूल रहे। पेड़ों को अवैध तरीके से कटाई हो या फिर अवैध कॉलोनियां इतना ही नहीं खेतों की उपजाऊ मिट्टी को भी जेसीबी के पंजों से खोदा जाता है। आम के पेड़ों को काट दिया जाता है और नियमों को ताक पर रखकर कालोनियां बनाई जाती हैं। बिना रॉयल्टी के खनन के वाहन सड़कों पर दौड़ते हैं
और सरकार को राजस्व का नुकसान पहुंचाने के साथ-साथ प्रकृति का भी जमकर नुकसान किया जा रहा है इतना कुछ होने के बाद भी जसपुर के जिम्मेदार अधिकारियों को कानों कान खबर नहीं या फिर यूं कहें खबर होने के बाद भी बेखबर होकर बैठे हैं जिम्मेदार अधिकारी
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने के लिए कड़े निर्देश दिए है,और उसी क्रम में लगातार कार्रवाई भी की जा रही है जिले के अधिकारी पर भी लगातार नाकेल कस रहे है,
माफियो के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात करते हैं उसके बावजूद भी जसपुर तहसील में जमकर भूमाफिया, खनन माफिया पेड़ माफिया फल फूल रहे हैं
जनपद उधम सिंह नगर में रातों-रात खनन का बड़ा खेल खेला जाता है। नदियों का सीना चीरा जा रहा है। कहीं ना कहीं गरीब किसान को चंद्र सिक्को के लालच देकर,,खेतों से मिट्टी उठाकर भरान करने में जुटे हैं चोरी छिपे खनन के काले खेल से कहीं ना कही राजस्व को भारी नुकसान भी उठाना पड़ रहा है।लेकिन इस खनन के खेल से जनता परेशान है अधिकारी शिकायत आने पर जांच की बात करते नजर आ रहे हैं।
खनन के नाम पर जहां उधम सिंह नगर में कई खनन माफिया को प्रशासनिक अधिकारियों ने सलाखों के पीछे भेज दिया लेकिन वही जनपद उधम सिंह नगर के जसपुर में खनन माफियो के आगे प्रशासन नस मस्तक होता नजर आ रहा है। जसपुर के ग्राम पतरामपुर निवास निवासी ग्रामीणों ने एक लिखित शिकायत पत्र जसपुर एसडीएम को देते हुए रातों-रात चले खनन की जांच करने की मांग की साथ ही मीडिया से रुबरु होते हुए जहां गर्मी के मौसम में पानी का जलस्तर घटता जा रहा है सरकार पानी का जल स्तर बढ़ने के लिए जगह-जगह तालाब बनवाकर उसमें जल भराव की व्यवस्था की जा रही है
जब तराई क्षेत्र में जल स्तर गिरता नजर आ रहा हो तो अन्य क्षेत्रों में क्या होगा जिसको लेकर प्रधान चिंतित है लेकिन वही जसपुर में कुछ स्थानों पर तालाब तैयार कराकर बड़ा खेल खेला गया जिसमें आज तक जल भराव नहीं हो पाया नगर में चर्चा है कुछ स्थानों पर जहां बड़े तालाब बने उन तालाब को पाटा जा रहा है।
जो सरकार की योजनाओं को धन्धा बताया जा रहा है लेकिन प्रशासन है कि शिकायतकर्ताओं को सिर्फ मात्र जांच का ही पाठ पढ़ाकर इति श्री किये जा रहा है।