शरीफ नगर में आबादी के अंदर डाला जा रहा कूड़ा, बीमारी की आशंका,सीएम से शिकायत,
यामीन विकट
ठाकुरद्वारा : तहसील क्षेत्र के ग्राम शरीफ नगर में घनी आबादी के बीच कूड़े के अंबार प्रधानमंत्री की स्वच्छ भारत अभियान को ठेंगा दिखा रहे हैं। इतना ही नहीं इस कूड़े के अंबार पर साप्ताहिक बाजार भी लगता है। जहां खाद्य सामग्री बेची जाती हैं। जिससे बीमारी फैलने की आशंका बनी हुई है ।
तहसील ठाकुरद्वारा की सबसे बड़ी ग्राम पंचायत शरीफ नगर में ठाकुरद्वारा स्योहारा मार्ग के निकट शनिवार को साप्ताहिक बाजार लगता है । जहां करीब दर्जनभर गांव के लोग खरीदारी करने आते है। बाजार के ग्राउंड में कूड़े के बड़े-बड़े ढेर लगे हुए हैं। इन कूड़े के ढेर पर बैठकर दुकानदार खाद्य सामग्री बेचते हैं । यहां घनी आबादी के बीच में ग्राम पंचायत के वाहनों से कूड़ा डाला जा रहा है । जिससे गांव में भयंकर बीमारी फैलने की आशंका बनी हुई है।कूड़ा डालने का विरोध करने पर लोगों को धमकियां दी जा रही है । ग्रामीणों ने इसकी शिकायत ग्राम पंचायत में की जिस पर शिकायतकर्ताओं को धमकियां दी जा रही हैं। गांव के किसान इल्यास पुत्र मंजूर अहमद ने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री पोर्टल पर करते हुए आबादी के बीच से कूड़ा हटवाने की मांग की है।
इनसेट = इस साप्ताहिक बाजार की वसूली का ठेका 9 महीने का नो लाख रुपए का नीलाम किया गया है इतनी बड़ी रकम मिलने के बावजूद भी गांव में साफ सफाई चरमरा रही है।
50 लाख का बंदर बांट
ग्राम पंचायत शरीफ नगर में आर आर सी सेंटर बनाने के लिए करीब 50 लाख रुपए की राशि स्वीकृति की गई थी जिसमें वर्मी कंपोस्ट खाद के गड्ढे, कूड़ेदान घर-घर से कूड़ा उठाने के लिए इलेक्ट्रॉनिक रिक्शा भी शामिल है । गांव में वर्मी कंपोस्ट खाद के गड्ढ़े सोयम दोयम ईंट से बना दिए गए हैं। लेकिन उसमें आज तक भी खाद नहीं बनाया गया । गांव में आज तक इलेक्ट्रॉनिक रिक्शा से कूड़ा उठाया जा रहा है योजना के तहत बनाए गए कूड़ेदान के आसपास कूड़े के अंबार लगे रहते हैं इन कूड़ेदान की भी समय से साफ सफाई नहीं हो पा रही है जिससे सरकार का करीब 50 लाख रुपए की बंदर बाट होना साबित हो रहा है।