दीपक बाली की बाइक रैली में दिखी भाजपा की ताकत, चुनावी जीत की झलक
अनिल डाबर के संस्थान पर सिक्कों से तोले गए दीपक बाली
अज़हर मलिक
काशीपुर : राष्ट्रीय युवा दिवस एवं स्वामी विवेकानंद की जयंती के अवसर पर भारतीय जनता युवा मोर्चा द्वारा भाजपा मेयर प्रत्याशी दीपक बाली और पार्षद प्रत्याशियों के पक्ष में आज नगर में विशाल बाइक रैली निकाली गई।
इस रैली में हजारों युवाओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया और रैली में जो जोश और उत्साह दिखा, उसने विरोधियों के चेहरे पर चिंता की लकीरें डाल दी। भाजपा के नारे, जैसे ‘वंदे मातरम्’, ‘जय श्री राम’, और ‘चप्पा चप्पा भाजपा’ गूंजते हुए शहर के हर कोने में सुनाई दे रहे थे। रैली ने यह साबित कर दिया कि भाजपा का जनाधार अब पहले से कहीं ज्यादा मजबूत हो चुका है।
रैली में भाजपा के वरिष्ठ नेता जैसे विधायक त्रिलोक सिंह चीमा, जिला अध्यक्ष गुंजन सुखीजा, प्रदेश महामंत्री खिलेंद्र चौधरी, और भाजपा युवा मोर्चा के अन्य बड़े नेता उपस्थित थे। दीपक बाली ने इस दौरान कहा कि जो प्यार और समर्थन उन्हें मिल रहा है, वह हमेशा याद रहेगा।
लेकिन, यह बाइक रैली सिर्फ एक चुनावी रैली नहीं थी। यह भाजपा के लिए एक बड़ा संदेश थी, जो विरोधियों के लिए एक संकेत बनकर सामने आई। भाजपा के कई दिग्गज नेताओं की मौजूदगी और युवा कार्यकर्ताओं का जोश यह दर्शाता है कि भाजपा का समर्थन कितना गहरा और व्यापक हो चुका है।
रैली में युवा कार्यकर्ताओं की संख्या और जोश ने यह साफ कर दिया कि भारतीय जनता पार्टी का कुंडवा कितना बड़ा हो चुका है। विरोधी दलों को इस रैली ने यह समझा दिया कि भाजपा का जनाधार सिर्फ बढ़ता ही जा रहा है, और उनकी जीत अब निश्चित दिखाई दे रही है।
यह बाइक रैली विपक्ष के लिए एक चेतावनी है कि भाजपा के सामने उन्हें कोई ठोस चुनौती नहीं दिखाई दे रही। दीपक बाली की मेयर पद के लिए उम्मीदवारी के साथ भाजपा की यह रैली न सिर्फ चुनावी लड़ाई में उनका प्रभुत्व साबित करती है, बल्कि यह भाजपा के समर्थकों और कार्यकर्ताओं के बीच जीत की झलक भी दिखा देती है।
सारे शहर में रैली का जोरदार स्वागत किया गया। टांडा तिराहे पर एकत्रित हुए जनसमूह ने रैली पर पुष्प वर्षा की, और यह साफ देखा गया कि भाजपा की इस मोटरसाइकिल रैली ने दूसरे दलों के कार्यक्रमों को न सिर्फ पीछे छोड़ दिया, बल्कि विरोधियों के मन में यह सवाल भी खड़ा कर दिया कि क्या भाजपा की जीत अब तय हो चुकी है।
यह रैली विरोधियों के लिए एक स्पष्ट संदेश है कि भाजपा की शक्ति अब और भी मजबूत हो चुकी है, और आगामी चुनाव में भाजपा की जीत लगभग तय है।