तंबाकू पर GST दर में वृद्धि सरकार का बड़ा फैसला, जानिए इसका असर
नई दिल्ली:
तंबाकू उत्पादों पर जीएसटी (GST) दर को 28% से बढ़ाकर 35% करने का प्रस्ताव हाल ही में सरकार ने रखा है। यह कदम जनता के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने और तंबाकू उत्पादों के उपयोग को कम करने के उद्देश्य से उठाया गया है। हालांकि, इस फैसले ने कई पक्षों में बहस छेड़ दी है।
तंबाकू पर GST दर बढ़ाने का उद्देश्य
सरकार का मानना है कि तंबाकू उत्पादों की कीमतों में वृद्धि से इनका उपयोग कम होगा। यह कदम खासतौर पर युवाओं को तंबाकू के सेवन से रोकने और गैर-संक्रामक बीमारियों जैसे कैंसर और हृदय रोगों के खतरे को कम करने के लिए उठाया गया है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, भारत में हर साल लाखों लोग तंबाकू से संबंधित बीमारियों के कारण अपनी जान गंवाते हैं। WHO के अनुसार, तंबाकू की कीमत बढ़ने से इसका उपयोग करने वालों की संख्या में कमी आती है।
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किसानों और व्यापारियों का विरोध
तंबाकू उत्पादों पर GST बढ़ाने के फैसले का विरोध भी शुरू हो गया है। किसान संगठनों और व्यापार संघों का कहना है कि इस फैसले से उनकी आजीविका प्रभावित होगी।
किसान नेता रमेश यादव ने कहा:
“हम पहले से ही आर्थिक तंगी झेल रहे हैं। तंबाकू उत्पादों पर टैक्स बढ़ने से हमारी फसलें बिक नहीं पाएंगी, और हमें भारी नुकसान होगा। सरकार को इस फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए।”
वहीं, व्यापारियों का कहना है कि इस फैसले से तंबाकू उत्पादों की मांग घटेगी, जिससे उनकी बिक्री पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का समर्थन
वहीं, स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने इस कदम का स्वागत किया है। उनका मानना है कि तंबाकू उत्पादों की कीमतों में बढ़ोतरी से इनके उपयोग में कमी आएगी।
डॉ. अनीता शर्मा, स्वास्थ्य विशेषज्ञ:
“तंबाकू के सेवन से कैंसर और अन्य गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ता है। अगर GST दर बढ़ती है, तो लोग तंबाकू उत्पादों से दूरी बनाएंगे, जो एक सकारात्मक बदलाव लाएगा।”
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क्या हो सकता है असर?
तंबाकू पर GST बढ़ने से संभावित प्रभाव:
1. उपयोग में कमी: उत्पाद महंगे होने से तंबाकू का उपयोग घट सकता है।
2. काला बाज़ार: कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि टैक्स बढ़ने से तंबाकू उत्पादों की अवैध बिक्री बढ़ सकती है।
3. आय बढ़ेगी: सरकार को इस कदम से अतिरिक्त राजस्व मिलने की संभावना है, जिसे स्वास्थ्य सेवाओं में लगाया जा सकता है।
सरकार का रुख
सरकार ने अभी तक इस मामले पर कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया है। हालांकि, यह फैसला आने वाले दिनों में देश के स्वास्थ्य और आर्थिक स्थिति पर बड़ा प्रभाव डाल सकता है।
निष्कर्ष
तंबाकू पर GST दर बढ़ाने का यह प्रस्ताव जहां एक ओर स्वास्थ्य के लिहाज से लाभकारी है, वहीं दूसरी ओर किसानों और व्यापारियों की चिंताएं भी वाजिब हैं। अब देखना यह होगा कि सरकार इन दोनों पक्षों के बीच संतुलन कैसे बनाती है।